एनटीए ने जारी किया नीट-यूजी 2022 का रिजल्ट
कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बुधवार देर रात देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2022 का परिणाम जारी कर दिया। दिनभर के इंतजार के बाद ये परिणाम देर रात जारी किया गया। परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की छात्रा
तनिष्का ने आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। तनिष्का मूलरूप से हरियाणा की रहने वाली है और दो साल कोटा में रहकर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से नीट-यूजी की तैयारी की। तनिष्का ने 720 में से 715 अंक प्राप्त किए हैं। नीट-यूजी 2022 परीक्षा 17 जुलाई को हुई, जिसमें 18 लाख 72 हजार 342 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। नीट में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह परीक्षा भारत के 483 और 14 विदेशी शहरों के 3570 केंद्रों पर संपन्न हुई थी। विदेशों में अबूधाबी, बैंकॉक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, मनामा, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, दुबई और कुवैत में परीक्षा हुई थी। देश में एम्स सहित 612 मेडिकल कॉलेजों की 92 हजार एमबीबीएस सीटों पर इस परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा बीडीएस और अन्य विधियों की सीटों में भी प्रवेश दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2020 में एलन के ही शोएब आफताब ने आल इंडिया टॉप किया था और पहली बार पूरे में से पूरे 720 अंक प्राप्त किए थे।
जब तक कॉन्सेप्ट क्लीयर नहीं, तब तक पूछती हूं, हिचकिचाती नहीं : तनिष्का
नीट एआईआर : 1
जेईई-मेंस – 99.50 पर्सेन्टाइल
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिता : कृष्ण कुमार (गर्वनमेन्ट टीचर)
मां : सरिता कुमारी (लेक्चरर, गर्वनमेन्ट स्कूल)
जन्मतिथि : 14 सितंबर 2005
तनिष्का ने नीट-यूजी में प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक 1 (715 marks) हासिल की है। तनिष्का ने बताया कि मैं पिछले दो साल से एलन की क्लासरूम स्टूडेंट हूं। मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं क्योंकि यह ऐसा फील्ड है, जिसमें आप दूसरों की मदद कर खुद को सेटिस्फाई कर सकते हो। कोटा का माहौल और एलन का नाम काफी सुना था। इसलिए नीट की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया। यह मेरे लिए सही साबित हुआ। एलन में सपने साकार करने के लिए हर संसाधन है। बेस्ट व एक्सपीरियंस्ड फैकल्टीज के साथ डाउट काउंटर्स, वीकली व मंथली टेस्ट, मॉक टेस्ट, अनुशासित माहौल, ये सब मिलकर एलन को बेस्ट बनाते हैं। नीट की तैयारी के दौरान कंसेप्ट्स को गहराई से समझने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पूछती थी, हिचकिचाती नहीं थी। कभी टेस्ट में मार्क्स कम आते थे तो पेरेन्ट्स मोटिवेट करते थे। उन्होनें कभी मार्क्स के लिए दबाव नहीं डाला और पॉजिटिविटी के साथ तैयारी करते रहने के लिए मोटिवेट किया। रोजाना 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी। नीट स्टूडेंट्स अंतिम समय में नहीं, बल्कि पहले दिन से ही लक्ष्य की तैयारी करें। क्लासरूम में जैसे-जैसे कोर्स आगे बढ़ता है तो आपको पिछला पढ़ा हुआ भी बार-बार रिवीजन करना होगा। टॉपिकवाइज छोटे-छोटे नोट्स बना सकते हैं।
तनिष्का ने इसी वर्ष 12वीं कक्षा 98.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। जबकि 10वीं कक्षा में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके अलावा जेईई मेन्स में 99.50 परसेन्टाइल स्कोर कर चुकी है। दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करने की इच्छुक तनिष्का कार्डियो, न्यूरो या ओन्कोलॉजी में स्पेशलाइजेशन करना चाहती है। परिवार मूलतः हरियाणा के नारनौल निवासी है।